एटा कासगंज जिले के मुख्यालय की कासगंज बाल विकास परियोजना इन दिनों प्रभारी परियोजना अधिकारी की अवैध बसूली की करिस्तानियों से सुर्खियों में हैं। विभागीय महिला कर्मियों द्वारा बताया जा रहा है उक्त परियोजना की अधिकारी आंगनबाड़ी केंद्रों के निरीक्षण नोटिस के नाम पर महिला कर्मियों को कर्यालय बुला कर धन वसूली कर रही हैं । जिन कर्मियों द्वारा मुंह मांगी रकम दे दी जाती है उन नोटिसो के जबाब खुद लिखवा कर ठंडे बस्ते में डाल देती हैं। निरीक्षणों का यह खेल उस समय चलाया जा रहा है उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रचंड लू गर्मी को देखते हुए पूरे जून माह तक केंद्रों के अवकाश कर दिए है ऐसे में प्रभारी परियोजना अधिकारी मनीषा कौशल यह अभियान किस उद्देश्य से चलाया जा रहा इस बाबत उनसे काल कर बात करनी चाही तो वह नही उठी। महिला कर्मियों ने बताया मौजूद वक्त में जब बच्चे नही बुलाए का रहे तो उक्त अधिकारी निरीक्षणों के नाम पर यह क्यों कर रही है इधर केंद्रों पर जाकर अभिलेखों को उठा ले जाती हैं जिनकी रिसीविंग भी आंगनबाड़ी को नही दी जाती है जो नियमो के विपरीत है। साफ जाहिर है यह सब अवैध वसूली के लिए यह दबाव बनाने की भ्रष्ट नीत का हिस्सा है।इस मामले में मीडिया को फोटो साक्ष्य उपलब्ध कराए गए जिनमे उक्त अधिकारी निरीक्षणों का जवाब लिखवा रही है। जिला प्रशासन को शासन की छवि धूमिल करने बाली उक्त अधिकारी के क्रिया कलापों की जांच करानी चाहिए। ताकि अल्प मानदेय आधारित महिला कर्मी शोषण से बच सकें।
संवाददाता वैभव वार्ष्णेय