देवरिया पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शनिवार को भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि जिस तरह समुंद्र मंथन हुआ था उसी तरह संविधान मंथन चल रहा है़ एक तरफ वे लोग हैं जो संविधान बदलने चले हैं और दूसरी तरफ इंडिया गठबंधन है़ जो संविधान बचाने के लिए लड़ रही है़ भाजपा यदि फिर सत्ता में आई तो बाबा साहेब का संविधान बदल देगी।
वे तरकुलवा थाना क्षेत्र के आचार्य नरेंद्र देव इंटर कॉलेज पथरदेवा में इंडिया गठबंधन के कांग्रेस प्रत्याशी अखिलेश प्रताप सिंह के समर्थन में आयोजित चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे कहा कि पूर्वांचल के लोग जिस उत्साह के साथ स्वागत करते हैं उससे भी अधिक धूमधाम से विदाई करते हैं।
2014 में जो सरकार सत्ता में आई थी 2024 में उसकी विदाई तय है 400 पार का नारा देने वाले 400 से हार रहे हैं भाजपा की डबल इंजन की सरकार का देवरिया आते-आते धुंआ निकल जाएगा किसानों और नौजवानों के मुद्दे पर बोलते हुए पूर्व सीएम ने कहा कि किसानों की आय को दोगुनी करने वाली सरकार ने किसानों की खाद की बोरी से चोरी की है।
दो बार में पांच-पांच किलो करके दस किलो खाद सरकार ने चुराने का काम किया है। चोरी की यह तकनीकी उन्होंने पारले जी बिस्कुट कंपनी से सीखा है। बिस्कुट का दाम तो वही है लेकिन क्वांटिटी कम हो गई। अब सरकार बनी तो केवल एक बिस्कुट मिलेगा।
सेना की स्थाई नौकरी को चार साल का करके सरकार ने देश के युवाओं के साथ धोखा किया है़। अब यदि सरकार बनी तो भाजपाई खाकी वर्दी की नौकरी को तीन साल का कर देंगे। उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन की सरकार बनने पर अग्निवीर योजना को खत्म कर दिया जाएगा।
60 लाख ऐसे नौजवान हैं जिन्होंने परीक्षा दी लेकिन पेपर लीक हो गया और उनको नौकरी नहीं मिली यदि एक परिवार में तीन सदस्य हों तो इस तरह एक करोड़ अस्सी लाख मतदाता भाजपा सरकार से नाराज हैं। इस सरकार ने कोरोना वैक्सीन में चोरी की है।
इन्होंने पूंजीपतियों का 25 लाख करोड़ कर्जा माफ किया है। सपा कांग्रेस गठबंधन की सरकार बनने पर किसानों का कर्जा माफ किया जायेगा। गरीब महिलाओं के खाते में एक लाख रुपए सालाना भेजा जाएगा। 30 लाख युवाओं को नौकरी दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि यह पहला ऐसा चुनाव है जिसको जनता खुद लड़ रही है पहले चरण से ही जनता ने चुनाव को अपने हाथ में ले लिया है चार जून को जब नतीजे आएंगे तो उत्तर प्रदेश से भाजपा का सफाया हो जाएगा। बहुत हो गई मन की बात अब होगी संविधान की बात। यह चुनाव मन की बात करने वालों को सबक सिखाने वाला है।
संवाददाता विजय कुमार देवरिया