जाको राखे साइयां मार सके ना कोई
खंडवा जाको राखे साइयां, मार सके न कोय इसका अर्थ ये है कि जिसके ऊपर हाथ भगवान का हो, आशीर्वाद भगवान का हो उसका कोई बाल भी बांका नहीं कर सकता। इस कहावत को चरितार्थ करने घटना रविवार खंडवा रेलवे स्टेशन पर एक अज्ञात महिला द्वारा अपने ही नवजात शिशु को पीट रही थी, तभी आसपास के लोगों ने इसकी सूचना प्रभात गस्त करती हुई कोतवाली पुलिस ASI जोसफ मैडम ने देखा लोगों की भीड़ के बीच पहुंचकर महिला को डांटकर एक साइड बिठाया बातचीत के दौरान पता लगा कि महिला बहुत प्रताड़ित है और परेशान है बच्चे को पालने में असमर्थ बताती हुई रो रही थी किन्हीं करणो से परेशान महिला को देखकर कोतवाली स्टाफ ने खंडवा के किलकारी शिशु गृह को फोन पर सूचना दी और मदद की गुहार लगाई फोन पर कहा गया आज सुबह-सुबह एक महिला बच्चे के साथ लावारिस रेलवे स्टेशन के पास सिटी कोतवाली क्षेत्र को प्राप्त हुई जिसमें महिला के द्वारा बच्चों को पिटा जा रहा है तथा बच्ची बेहाल नजर आ रही है। बताया जा रहा है की बच्ची को परेशानी उससे छुटकारा देना का प्रयास किया जा रहा था, महिला द्वारा कहा जा रहा है कि मैं बहुत परेशान हूं बच्ची का क्या करूंगी बच्ची को बचाने में किलकारी शिशु गृह, का स्लोगन जो सबको याद आया जिसमें किलकारी द्वारा लिखा जाता है “फेके नहीं हमें दें” पुलिस-ASI जोसेफ डे किलकारी शिशु ग्रह के अधीक्षक को कहा कि इस बच्चे को आप आपके पास अस्थाई रूप से अभी ले जा सकते हैं । हमारे द्वारा महिला की समस्या को निराकरण में सहयोग होगा जिसके बाद महिला बाल विकास अधिकारी से अधीक्षक द्वारा आदेशित किया गया की बच्ची को किलकारी शिशु गृह में अस्थाई रूप से रखा जाए एवं महिला को वन स्टाफ सेंटर में भेजने की व्यवस्था की जाए। पुलिस प्रशासन के महत्वपूर्ण योगदान से बच्चों को किलकारी शिशु गृह तथा महिला को वन स्टॉप सेंटर के लिए महिला बाल विकास खंडवा प्रभारी विक्रांत दामले जीके सहयोग से मौखिक आदेश व कोतवाली पुलिस पत्र पर किलकारी शिशु गृह अधीक्षक द्वारा भेजा गया है। काफी भीड़ एवं बड़ी मुश्किल का सामना करते हुए महिला और बच्चे को सही जगह पर पहुंचने में कोतवाली जोसेफ मैडम द्वारा पुलिस का सहयोग मिला है बच्ची को किलकारी में ले जाने के बाद प्रारंभिक उपचार के लिए अस्पताल में दिखाया गया है महिला की वन स्टॉप सेंटर में काउंसलिंग की जा रही है बाल कल्याण समिति द्वारा पूरे काम को अपने नजरों में कराया जा रहा है। बहुत जल्द परिवार को ढूंढ कर महिला और बच्चे की समस्याका समाधान किया जाए, समाजसेवी सुनील जैन ने बताया कि आप भी इसी प्रकार किसी महिला या बच्चे को समस्या में देखने पर आपके सहयोग से छोटे से प्रयास से इस प्रकार की मदद कर सकते हैं कहीं झाड़ियां में या आसपास छोटे बच्चे दिखाई दें तो किलकारी शिशु के नंबर पर 9425044581 सूचना देकर बच्चों की सुरक्षा के साथ सुरक्षित आश्रय शिशु गृह में पहुंच कर यह सूचना देकर ऐसा पुनीत कार्य कर सकते हैं, किलकारी शिशु गृह में एक दिन से लेकर 6 साल तक के अंदर के बच्चों को पालन पोषण अच्छी परवरिश के साथ शासकीय एडॉप्शन किया जाता है एवं सारी सुविधाओं के साथ महिला बाल विकास द्वारा मान्यता प्राप्त संस्था को संचालित सहज समागम फाउंडेशन द्वारा किया जाता है एवं महिलाओं व बच्चों के होने वाले प्रताड़ना के लिए महिला बाल विकास के सहयोग से निपट सकते है। बच्चों के हित को देखते हुए बाल कल्याण समिति महिला बाल विकास के अधीनस्थ कार्य करती है हमेशा याद रखें एक छोटा सा प्रयास कई जिंदगी या बचा सकता है ।
संवाददाता असफाक सिद्दीकी