अवैध मिट्टी खनन एवं ओवरलोड राख ढो रहे डंफरो से क्षेत्रीय लोग अंधे होने की कगार पर
रायबरेली ऊंचाहार अवैध मिट्टी खनन निरंतर जारी है।जिस ओर न तो एआरटीओ ओवरलोड होने पे कोई कार्रवाई कर रहा है।ना ही खनन विभाग के अधिकारी हो रहे अवैध मिट्टी खनन पर अंकुश लगा पा रहे हैं । गंगा एक्सप्रेसवे के नाम पर अवैध मिट्टी खनन लंबे पैमाने पर सवाल खड़ा कर रहा है । जिले के अंतर्गत ऊंचाहार क्षेत्र के सवैया हसन गांव के साथ-साथ सलोन थाना क्षेत्र के धरई चौराहे निकट में लंबे पैमाने में अवैध मिट्टी खनन मानक से ज्यादा गहराई से खोदकर कुआं बनाया जा रहा है, और भी बहुत गांव से मानक से अधिक अवैध खनन निरंतर जारी है,वहीं प्रशासन किसके दबाव में गहरी नींद में सोया है |सूत्रो की माने तो कुछ लोग इन कार्य दाई संस्था और ठेकेदारों के ठेकेदार बने हैं और वह ठेका सभी अधिकारियों को ठेकेदार के ऊपर कारवाई ना करने का ठेका ले लिया है | जिससे इस पर ध्यान नहीं दिया जा रहा जब की क्षेत्रीय किसानो ने भी इसका विरोध किया तो उनको जेल भिजवाने जैसी धमकी भी इनके द्वारा दी जाती है | लेकिन अगर इनके द्वारा बनाए गए कुंए में कोई हादसा होता है, तो इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा हजारों ट्रकों से किया जा रहा है। यह ओवरलोड वाहन एन एच मार्ग से लेकर गांव गलियारों के मार्ग को खस्ताहाल बना दिया है।जिसमें भारी वाहनों के आवागमन के कारण मार्ग अब चलने लायक नहीं बचा है । वही राजमार्ग पर उड़ती धूल से इस भीषण गर्मी में जिस ओर से ओवरलोड गांव से गुजरते हैं वहां की आमजन मानस परेशान हैं,जिसके कारण मार्ग दुर्घटना का खतरा भी बना रहता है ।अवैध मिट्टी खनन सभी जगह पर प्रति घंटा हजारों डंफरो से किया जा रहा है । जिसका सिलसिला रातों दिन चल रहा है । अबैध मिट्टी के खनन पर अंकुश लगाने में खनन विभाग जहां नाकाम है । तो वहीं एआरटीओ ओवरलोड वाहनों के खिलाफ कार्रवाई न करना संदेह उत्पन्न करता है।अवैध मिट्टी खनन की पोल यदि ऊंचाहार के चडरई चौराहा स्थित टोल प्लाजा में लगे सीसी टीवी कैमरा में देखा जाए या सभी थाना क्षेत्र के अंतर्गत लगे सीसीटीवी का देखा जाए तो साफ-साफ अबैध मिट्टी खनन की पोल खुल जाएगी ।लेकिन यह जानकर मातहत अधिकारी अपने-अपने आंखों में पट्टी बांध रखे है । हैरत की बात यह है ,कि मीडिया की सुर्खियों में लगातार खबरें छपने के बाद भी अधिकारी द्वारा अभी तक इसकी जांच नहीं कराई गई है ।वह भी अवैध मिट्टी के खनन को नजर अंदाज कर रहे हैं ।आखिर क्यों यह भी चर्चा का विषय बना हुआ है । किसान राम आधार ने बताया कि यदि कोई किसान भूल से मिट्टी खनन कर ले तो खनन विभाग से लेकर पुलिस और प्रशासन टीम पहुंच कर ऐसा पेश आती है । जैसे वह बहुत बड़ा जुर्म कर दिया है,अब अवैध मिट्टी खनन लंबे पैमाने पर चल रहा है । डंफर में बगैर नंबर प्लेट के ढुलाई जारी रहती है।सूत्रों की माने तो अधिकांश के पास ड्राइविंग लाइसेंस तक नहीं है। जिस ओर पुलिस प्रशासन व खनन से लेकर ओवरलोड वाहन पर आरटीओ तक पहुंचकर कार्रवाई का रोब झड़ता है।लेकिन लंबे पैमाने पर हो रहे मिट्टी खनन पर अंकुश कौन लगाएगा। वहीं एनटीपीसी के एसपांड से लगातार विना रोक-टोक के ओवरलोड ट्रक द्वारा राख की ढुलाई की जा रही है लेकिन न तो प्रशासन ने ही एनटीपीसी के अधिकारी इस ओर ध्यान देते हैं जब ग्रामीण इस ओर ध्यान आकर्षित करना चाहते हैं तो एनटीपीसी के अधिकारी मौके पर पहुंच कर क्षेत्रीय लोगों को लम्बे चौड़े वायदे कर निस्तारण करा दिया जाता है।उसके बाद थोड़े दिन बाद उसको ठंडे बस्ते में डाल कर इतिश्री कर ली जाती है। एनटीपीसी एशपांड के सटे गांव वालों को साल दर साल सिर्फ गंभीर बीमारियां मिलती है।
संवाददाता गोविंद श्रीवास्तव