नर्सिंग छात्रा की लाश फंदे से लटकी मिली। छात्रा का जिस हालत में शव मिला, उसे लेकर परिजनों के सवालों ने पुलिस को भी उलझा दिया है। परिवार के लोग हत्या का आरोप लगा रहे हैं।
आगरा के लायर्स कॉलोनी के एक मकान में नर्सिंग छात्रा फंदे से लटकी मिली। पुलिस आत्महत्या मान रही है। कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। परिजन एटा के युवक पर हत्या का शक जता रहे हैं। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
लॉयर्स कॉलोनी में आरएन कुमार का घर है। घर में दो अलग-अलग कमरों में दो छात्राएं किराए पर रहती हैं। दूसरी मंजिल पर एक कमरे में 24 साल की शिप्रा गौतम रहती थीं। उन्होंने एक साल पहले यहां शिफ्ट किया था। मूलरूप से ओरैया, एलसी नगर की निवासिनी थीं। खंदारी स्थित आईआईएमटी से जीएनएम द्वितीय वर्ष की छात्रा थीं।
पिता प्रेम नारायण गांव में खेती करते हैं। उनकी दो बेटियां और तीन बेटे हैं। पांच भाई बहन में शिप्रा सबसे बड़ी थी। बुधवार सुबह परिजन ने शिप्रा के मोबाइल पर फोन किया। कई बार कॉल करने पर रिसीव नहीं हुआ। फिर परिजन ने उसी मकान में रहने वाली दूसरी छात्रा को फोन किया। वह मैनपुरी की है। वह भी नर्सिंग का कोर्स कर रही है। सहेली ने खिड़की से कमरे में झांका तो शिप्रा पंखे में लगाए फंदे से लटकी थी।
उसने परिजन को सूचित किया। 112 डायल करने पर पुलिस पहुंच गई। फॉरेंसिक टीम ने मौके से साक्ष्य जुटाए। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। पुलिस को पूछताछ में पड़ोसियों ने बताया कि छात्रा कई दिनों से मानसिक तनाव में थी। जीएनएम द्वितीय वर्ष का इस साल एक पेपर भी छूट गया था। फीस नहीं भर सकी थी। उसकी एक बहन ही उससे यहां मिलने आती थी। पिता प्रेम नारायण का आरोप है कि बेटी की हत्या की गई है। उन्होंने एटा के युवक पर शक जताया है। युवक एटा के एक हॉस्पिटल का संचालक है।
परिजनों का आरोप है कि हत्या कर शव को फंदे से लटकाया गया। उसके घुटने बेड पर टिके थे। पुलिस ने छात्रा का मोबाइल और डायरी लेकर छानबीन शुरू कर दी है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद मौत का कारण स्पष्ट हो सकेगा।