इसकी लपटें कई किलोमीटर दूर तक दिखाई दे रही हैं। इस बीच आग के माइन फील्ड तक पहुंच जाने से बारूदी सुरंगों में विस्फोट हो रहा है। धमाके भी नियंत्रण रेखा से सटे ग्रामीण क्षेत्रों तक सुनाई दे रहे हैं।
जम्मू संभाग के अलग-अलग क्षेत्रों के जंगलों में आग की घटनाएं सामने आई हैं। उधमपुर के दरसू, पखलाई के जंगली क्षेत्र में आग लगी। वहीं, राजोरी के नौशेरा के चिंगुस और सुंदरबनी के जंगली क्षेत्र में भी आग लगी। पुंछ के उपजिला मेंढर में भारत-पाकिस्तान नियंत्रण रेखा पर स्थित मनकोट सेक्टर में वीरवार देर शाम को शून्य रेखा से सटे जंगलों में भयंकर आग लग गई। इसकी लपटें कई किलोमीटर दूर तक दिखाई दीं। इस बीच आग के माइन फील्ड तक पहुंच जाने से बारूदी सुरंगों में विस्फोट हो रहा है।
धमाके भी नियंत्रण रेखा से सटे ग्रामीण क्षेत्रों तक सुनाई दे रहे हैं। उधर, अंदाजा लगाया जा रहा है कि यह आग नियंत्रण रेखा के उस पार से आई होगी क्योंकि जिस क्षेत्र में आग लगी है, वहां भारतीय क्षेत्र में दूर दूर तक कोई आबादी नहीं है।
जानकारी के अनुसार वीरवार देर शाम करीब साढ़े सात बजे उपजिला मेंढर के भारत-पाकिस्तान नियंत्रण रेखा पर स्थित मनकोट सेक्टर में शून्य रेखा से सटें जंगलों में अचानक आग लग गई। आग ने करीब दो किलोमीटर तक क्षेत्र को अपनी चपेट में ले लिया।
नियंत्रण रेखा से सटे जंगलों में लगी आग से ऊंची ऊंची लपटें और धुआं उठने लगा। इसके साथ ही आग से बारूदी सुरंगों में भी विस्फोट होने लगा। देर शाम समाचार लिखे जाने तक दर्जनों की संख्या में बारूदी सुरंगों में विस्फोट हो चुका था और लगातार रुक-रुक कर धमाके सुनाई दे रहे थे।
गौरतलब है कि उपजिला मेंढर में इस महीने में नियंत्रण रेखा से सटे जंगलों में आग लगने की यह चौथी घटना है। हर बार की तरह अब भी पाकिस्तान के कब्जे वाले क्षेत्र के जंगलों में आग लगने के बाद भारतीय क्षेत्र तक पहुंची है।
सूत्रों के मुताबिक नियंत्रण रेखा के उस पार पाकिस्तान के कब्जे वाले क्षेत्र से आतंकियों और पाकिस्तानी सेना की तरफ से घुसपैठ को सुरक्षित बनाने के लिए इस प्रकार आग लगाने की घटनाएं अंजाम दी जाती हैं, ताकि बारूदी सुरंगों को नष्ट कर आतंकियों को इस पार घुसपैठ कराई जा सके, लेकिन सतर्क सेना की तरफ से पाकिस्तान की हर नापाक हरकत को नाकाम किया जाता है।