सामान्य दिनों में जहां डेढ़ लाख श्रद्धालु रामलला के दर्शन कर रहे थे। अब यह संख्या घटकर 1.15 लाख रह गई है। इसका कारण भीषण गर्मी माना जा रहा है।
नौतपा के चलते पड़ रही भीषण गर्मी का असर अयोध्या के धार्मिक पर्यटन पर भी दिख रहा है। रामलला के दर्शनार्थियों के आंकड़े इसकी गवाही दे रहे हैं। बुधवार को जिले में अधिकतम तापमान 43 डिग्री सेल्सियस रहा, जबकि बृहस्पतिवार को तापमान 42 डिग्री रहा। इसके चलते श्रद्धालु भी कम आ रहे हैं। इन दिनों जहां डेढ़ लाख श्रद्धालु रोजाना रामलला के दर्शन कर रहे थे। वहीं पिछले दो दिनों में रामलला के दरबार में महज 1.15 लाख श्रद्धालुओं ने हाजिरी लगाई है।
श्रद्धालुओं की संख्या कम होने के पीछे भीषण गर्मी को कारण बताया जा रहा है। बृहस्पतिवार को रामजन्मभूमि पथ के सामने से गुजरने वाले रामपथ पर सन्नाटे जैसी स्थिति रही। बिड़ला धर्मशाला के पास जहां तिल रखने की जगह नहीं होती थी, वहां सुबह 11:30 बजे सन्नाटा पसरा रहा। बताया जा रहा है कि भीषण गर्मी के चलते रोजाना दर्जनों श्रद्धालु रामजन्मभूमि पथ व हनुमानगढ़ी जाने वाले भक्तिपथ पर गश खाकर गिर रहे हैं।
बृहस्पतिवार की दोपहर करीब 2:15 बजे एक महिला श्रद्धालु रामजन्मभूमि पथ पर गश खाकर गिर गईं। उन्हें इलाज के लिए श्रीराम अस्पताल पहुंचाया गया। बुधवार को रामलला के दरबार में महज 65,282 श्रद्धालुओं ने हाजिरी लगाई थी तो बृहस्पतिवार को यह संख्या घटकर 50,115 पहुंच गई। हालांकि ट्रस्ट की ओर से श्रद्धालुओं के लिए पेयजल व छाया के बेहतर इंतजाम किए गए हैं। दर्शन मार्ग पर कूलर व पंखे भी लगाए गए हैं। श्रद्धालुओं को ओआरएस का पैकेट भी बांटा जा रहा है।