प्रतिवर्षानुसार की तरह इस वर्ष भी विश्व तंबाकू निषेध दिवस के अवसर पर 31 मई को श्री दादाजी धूनीवाले जिला चिकित्सालय खंडवा एवं समस्त स्वास्थ्य केन्द्रों व ग्रामीण क्षेत्रों में जागरुकता शपथ दिलाई गई। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. ओ.पी.जुगतावत ने बताया कि इस वर्ष यह दिवस ‘‘बच्चों को तम्बाकू उद्योग के हस्ताक्षेप से बचाना‘‘ विषय पर आयोजित किया गया। इसी क्रम में नोडल अधिकारी डॉ. सुजीत वर्मा ने बताया कि 31 मई से 21 जून तक विभिन्न प्रकार की जागरुकता गतिविधियां जिले व ब्लॉक स्तर पर आयोजित की जायेगी। तंबाकू उपयोग विशेषकर गैर धूम्रपान या चबाने वाला तंबाकू अत्यधिक उपयोग की जाती है, जो कि चिंतनीय है। तंबाकू के सेवन से कैंसर समेत कई बीमारियां हो रही हैं, इसलिए तंबाकू उत्पादों के दुष्प्रभावों के प्रति जन-जागरूकता लाना भी बहुत जरूरी है। सबसे आवश्यक है कि युवा पीढ़ी को तंबाकू उत्पादों का सेवन करने से बचाएं। इसके लिए सामूहिक सहभागिता जरूरी है। तम्बाकू एक जहर है, धीमा जहर है, तम्बाकू के खाने या धूम्रपान करने से होने वाले नुकसान बहुत है फायदा कुछ भी नहीं। कैंसर होने पर आर्थिक हानि तो होती है, पूरा परिवार भी बिखर जाता है। राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम कोटपा अधिनियम- 2003 की समस्त धाराओं के बेहतर क्रियान्वयन और जनसमुदाय की सहभागिता और अधिनियम की जानकारी के साथ-साथ राज्य के समस्त जिलो, शैक्षणिक संस्थानों को धूम्रपान मुक्त बनाए जाने के लिए सामूहिक योगदान आवश्यक है।
संवाददाता असफाक सिद्दीकी