शाहजहांपुर पुवायां आंधी-बारिश से दीवार और पेड़ गिरने से जिले में दो बालकों समेत पांच लोगों की मौत हुई है। मरने वालों में पुवायां क्षेत्र में तीन और निगोही क्षेत्र में दो लोग शामिल हैं।
30 मई की शाम बारिश और ओलों से बचने के लिए पुवायां के सतवां बुजुर्ग गांव के सूरज, मनीष, इंद्रेश, अर्पित, साेनू मिश्रा सहित कई लोग गांव के पास बंद पड़ी गोशाला की टिन शेड के नीचे खड़े हो गए थे। तेज हवा के कारण गोशाला की दीवार गिर गई और टिन शेड नीचे आ गिरा। नीचे बैठे सभी लोग दब गए थे। दस वर्षीय सूरज (12) की मौके पर ही मौत हो गई थी। अन्य घायलों को सीएचसी में भर्ती कराया गया था। इंद्रेश (35) और मनीष (12) को राजकीय मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया था। इलाज के दौरान दोनों ने दम तोड़ दिया।
निगोही थाना क्षेत्र के गांव करौंदा निवासी नरेश यादव (55) के ऊपर बाग में आम का पेड़ गिर गया। पेड़ के नीचे दबकर उनकी मौत हो गई। गांव कुदिन्ना निवासी ब्रजेश के घर की दीवार गिर गई। हादसे में उनकी मां रामवती (62) की मौत हो गई।
सूरज की कमाई से चलता था घर
सूरज के पिता नरेश कुमार की मौत आठ माह पूर्व मौत हो गई थी। नरेश भूमिहीन थे। नरेश की मौत के बाद उनकी पत्नी मंजू देवी, पुत्र सूरज, आठ वर्षीय पुत्री लक्ष्मी देवी, तीन वर्षीय अंजली, छह वर्षीय पुत्र विकास घर पर रहते थे। सूरज दस साल की आयु में ही काम करने जाता था, जिससे परिवार की गुजर होती थी। नरेश के भाई भी भाभी मंजू देवी की मदद कर देते थे।
मनीष के पिता मजदूरी कर करते हैं परिवार की गुजर
सतवां बुजुर्ग में हादसे में जान गंवाने वाले दूसरे बालक मनीष के पिता महेंद्र भी मजदूरी कर परिवार की गुजर करते हैं। महेंद्र के परिवार के मनीष के अलावा पुत्र 16 वर्षीय अनीश, आठ वर्षीय अर्पित और एक वर्षीय शोभित, पत्नी ईश्वरवती, मां मेणाना देवी हैं।
इंद्रेश और भाइयों की मजदूरी से चलता था घर का खर्च
दीवार गिरने से दबकर मरने वाले वाले इंद्रेश पांच भाई हैं। इंद्रेश सबसे बड़े थे। उनकी शादी नहीं हुई थी। इंद्रेश से छोटे भाई शेरू और अनिकेत की शादी हो चुकी है। शेरू, अनिकेत अलग रहते हैं। इंद्रेश अपने दो छोटे भाई रूपेश, मोहित, पिता महंगेलाल और मां रोहिणी देवी के साथ रहते थे। उनके पिता के पास केवल एक बीघा जमीन है। इस कारण इंद्रेश अपने भाइयों के साथ ही मेहनत-मजदूरी कर परिवार की गुजर करते थे।
मृतकों के परिजनों को दिए जाएंगे चार-चार लाख रुपये
बारिश और आंधी में दीवार और टिन शेड गिरने से दबकर जान गवांने वाले सूरज, मनीष और इंद्रेश के परिजनों को दैवीय आपदा के तहत चार-चार लाख रुपये की मदद दी जाएगी। एसडीएम संजय पांडे ने शुक्रवार को गांव सतवां बुजुर्ग पहुंचकर घटना की जानकारी ली और मृतकोंं के परिजनों को सांत्वना दी। हादसे में घायल सोनू मिश्रा के परिजनों ने भी प्रशासन से मदद की मांग की थी। मलबे में दबकर वह घायल हो गए थे। उनकी बाइक भी क्षतिग्रस्त हो गई थी।
बारिश से बचने के लिए ली थी पेड़ के नीचे शरण
निगोही। खेती करने वाले नरेश यादव बृहस्पतिवार को बेटे विकास व गांव के करीब 12 लोगाें के साथ गन्ने के खेत में गुड़ाई करने के लिए गए थे। शाम को आंधी और बारिश आने पर सभी आम के बाग में आकर पेड़ के नीचे खड़े हो गए तभी तेज हवा के झोंके के साथ आम का पेड़ गिर गया। इसके नीचे दबने से नरेश यादव की मौत हो गई। आंधी थमने के बाद साथियाें ने किसी तरह उन्हें बाहर निकाला। सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। वह अपने पीछे पत्नी चंद्रावती व पांच बेटों व एक बेटी को छोड़ गए हैं। संवाद
बुजुर्ग महिला की गई जान, परिवार के चार लोग घायल
निगोही गांव कुदिन्ना निवासी सुखपाल के घर की दीवार गिर गई। हादसे में रामवती (62) की मौत हो गई। चार लोग घायल भी हुए हैं।
बृहस्पतिवार को आंधी आने पर रामवती अपने बेटे ब्रजेश, पौत्री रेनू समेत पांच लोगों के साथ घर में बैठी थीं, तभी उनके मकान की दीवार भरभराकर गिर पड़ी। आवाज होने पर आसपास के लोग मौके की ओर दौड़ पड़े। उन्होंने मलबे के नीचे से लोगों को निकाला। सभी को राजकीय मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया, जहां रामवती की मौत हो गई। बेटे ब्रजेश ने बताया कि दीवार की ईंटों को गारे से जोड़ा गया था। संवाद
आंधी में पुवायां तहसील में चार और तिलहर तहसील क्षेत्र में एक जनहानि हुई है। तिलहर में तीन और पुवायां में चार मकानों में क्षति हुई है। संबंधित क्षेत्र के एसडीएम से रिपोर्ट मांगी गई है। रिपोर्ट के आधार पर मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख मुआवजा दिया जाएगा। क्षतिपूर्ति का आकलन कराया जा रहा है।