सात बजे से पहले ही बूथों पर कतारें लगनी शुरू हो गईं थीं। हालांकि प्रदेशभर में 49 ईवीएम में तकनीकी खराबी आने से मतदान बाधित रहा।
हिमाचल प्रदेश में लोकसभा चुनाव और विधानसभा की छह सीटों के लिए हुए मतदान में शनिवार सुबह से ही हर वर्ग में खासा उत्साह रहा। सात बजे से पहले ही बूथों पर कतारें लगनी शुरू हो गईं थीं। हालांकि प्रदेशभर में 49 ईवीएम में तकनीकी खराबी आने से मतदान बाधित रहा। इसके बाद मशीनों के बदला गया और वोटिंग फिर से सुचारु हो पाई। शिमला जिले में तीन, सिरमौर में 31, सोलन में चार, कुल्लू में एक, हमीरपुर में तीन, कांगड़ा में एक और बिलासपुर में छह मतदान केंद्रों में ईवीएम में तकनीकी खराबी आने से मतदान प्रभावित हुआ। विधानसभा क्षेत्र शिमला शहरी में 1 कंट्रोल यूनिट, एक बैलेट यूनिट और एक वीवीपैट को बदला गया।
विधानसभा क्षेत्र चौपाल में भी 1 कंट्रोल यूनिट, एक बैलेट यूनिट और एक वीवीपैट को बदला गया। इसके अलावा ठियोग विधानसभा क्षेत्र में भी 1 कंट्रोल यूनिट, एक बैलेट यूनिट और दो वीवीपैट को बदलना पड़ा। उधर, मॉकपोल में 8 बैलेट यूनिट, 15 कंट्रोल यूनिट और 12 वीवीपैट बदले। शिमला शहर के खलीनी में शनिवार सुबह मतदान के दौरान अचानक ईवीएम मशीन खराब हो गई। सुबह 7:55 बजे बिजली बोर्ड कार्यालय स्थित मतदान केंद्र में अचानक ईवीएम मशीन में आई खराबी के चलते मतदान रोकना पड़ा। इसके बाद नई मशीन मंगाई गई। स्थानीय लोगों के अनुसार 8:35 बजे दोबारा नई मशीन से मतदान शुरू हुआ। तब तक केंद्र पर लाइन भी लग गई। हालांकि लोगों ने सहयोग किया और मतदान के बाद ही लौटे।
हमीरपुर : तीन जगह ईवीएम मशीन हुई खराबबड़सर/ताल(हमीरपुर)। विधानसभा क्षेत्र हमीरपुर के बूथ नंबर 70 भरठियाण में ईवीएम खराब होने के कारण सुबह सवेरे चुनावी प्रक्रिया प्रभावित हुई। लोग सुबह साढ़े छह बजे से ही कतार में लग गए थे। सात बजे से वोट डालने की प्रक्रिया शुरू होनी थी। लेकिन एक घंटे तक ईवीएम ही नहीं चली। आठ बजे के बाद यहां पर वोटिंग प्रक्रिया शुरू हो पाई। कुछ मतदाता बिना वोट डाले ही अपने घरों के लिए रवाना हो गए। हालांकि बाद में मशीन ठीक होने पर इन मतदाताओं ने वोट दिए। इस बारे में एसडीएम हमीरपुर मुनीष सोनी ने कहा कि ईवीएम को ठीक करवा दिया गया और वोटिंग प्रक्रिया सुचारू रूप से करवाई गई। विधानसभा क्षेत्र बड़सर के अंतर्गत बूथ नंबर 18 कुढ़ार में सुबह सात बजे मतदान प्रक्रिया शुरू होने के बाद 8 बजे तकनीकी खराबी के कारण ईवीएम मशीन बंद हो गई। मशीन के बंद होने के कारण मतदाताओं को आधा घंटा इंतजार करना पड़ा। दांदड़ू बूथ में भी तकनीकी खराबी के कारण ईवीएम एक घंटे तक बंद रही।
कांगड़ा : देहरा विस क्षेत्र के तहत नई बही में ईवीएम में तकनीक खामी आई। इससे करीब 45 मिनट तक मतदान प्रभावित हुआ।
कुल्लू : बदाह में कुछ समय के लिए ईवीएम में तकनीकी खराबी पाई गई थी। 20 मिनट में ही इसे ठीक कर दिया गया।
सिरमौर : जिले में 31 ईवीएम और वीवीपैट में खराबी पाई गई, जिन्हें बाद में बदल दिया गया।
सोलन : जिले में चार जगहों पर खराब हुईं ईवीएम। सोलन शहर के लोक निर्माण विश्राम गृह स्थित पोलिंग बूथ में ईवीएम खराब हो गई। करीब 40 मिनट बाद नई मशीन मंगवाई गई। उसके बाद दोबारा से यहां पर मतदान शुरू हुआ। कसौली विधानसभा क्षेत्र के जाबली स्कूल स्थित पोलिंग बूथ में भी ईवीएम हैंग हो गई। यहां पर धर्मपुर से तकनीकी कर्मचारी मशीन को ठीक करने के लिए भेजे गए। करीब आधे घंटे बाद मशीन को ठीक कर दोबारा से शुरू करवाया गया। साथ ही बद्दी में दो जगह ईवीएम खराब होने की सूचना है, जिन्हें 20 से 25 मिनट में बदल दिया गया। नालागढ़ के वार्ड नंबर-7 में बीएलओ ने पोलिंग एजेंट के मतदाता सूची साथ रखने पर आपत्ति जताई, जिस पर कुछ देर तक विवाद चलता रहा। एसडीएम दिव्यांशु सिंगल ने मामले में हस्तक्षेप के बाद मामला सुलझाया।
नहीं दब रहा था कांग्रेस के चुनाव चिह्न के सामने वाला बटन
बिलासपुर उपमंडल सदर के हरनोड़ा मतदान केंद्र में ईवीएम में कांग्रेस के चुनाव चिह्न के सामने वाला बटन नहीं दब रहा था, जिसके बाद मशीन को बदला गया। घुमारवीं के मतदान केंद्र लढयानी और भराड़ी में वोटिंग शुरू होते ही ईवीएम में तकनीकी खराबी आ गई। दोनों बूथों पर करीब आधा घंटा देरी से मतदान शुरू हुआ। इसके अलावा जमथल, चम्योण और श्री नयनादेवी जी के आशा मजारी बूथ पर भी मशीनों को तकनीकी खराबी आने के बाद बदलना पड़ा। हालांकि बाद में इन सभी मतदान केंद्रों पर मतदान सुचारू रूप से हुआ।
प्रिजाइडिंग ऑफिसर और सेक्टर ऑफिसर को हटाया
गगरेट विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत पंचायत गणु मंदवाडा में स्थापित पोलिंग बूथ-एक में मतदान प्रक्रिया देरी से शुरू होने के चलते मतदान केंद्र के पीठासीन अधिकारी और सेक्टर ऑफिसर तथा पोलिंग मशीन को बदल दिया गया है। जानकारी के अनुसार मतदान केंद्र पर पोलिंग पार्टी ने मतदान से पूर्व मशीन को चेक नहीं किया था और फिर मतदान शुरू होने के समय मशीन में तकनीकी खामी का बहाना बनाया गया। इस कारण मतदान प्रक्रिया देरी से शुरू हुई। काफी देर तक मतदान शुरू न हो पाया तो लोग भड़क गए। इस बात की खबर जब संबंधित अधिकारियों को चली तो आनन-फानन में मतदान प्रक्रिया शुरू करवा दी गई। विवाद बढ़ता देख बूथ के पीठासीन अधिकारी, सेक्टर ऑफिसर व ईवीएम को बदल दिया गया। तब तक बदली गई मशीन से 52 मत डाले जा चुके थे। इसे अलग कर लिया गया और नई मशीन से पुनः मतदान प्रक्रिया को शुरू करा दिया गया है। इस संबंध में जिला निर्वाचन अधिकारी एवं जिलाधीश उमा जतिन लाल ने बताया कि बूथ नंबर एक में मशीन में तकनीकी खामी के कारण संबंधित बूथ के पीठासीन अधिकारी और सेक्टर ऑफिसर को बदलकर मतदान सुचारू रूप से पुनः शुरू करवा दिया गया है।