बदलते मौसम के चलते आगर मालवा जिला अस्पताल में रोज पांच सौ से अधिक मरीज अपना इलाज कराने पहुंच रहे हैं इस मरीजों में सर्दी खांसी की समस्या देखी जा रही है जिसके बाद डॉक्टर बच्चों और बुजुर्गों से एहतियात बरतने की सलाह दे रहे हैं
मध्य प्रदेश में इस समय मौसम (Weather in MP) का मिजाज बदला हुआ है मिचौंग तूफान के चलते हुई बारिश के बाद अब सर्दी (Cold in MP) ने अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया है इस बदलते मौसम ने बच्चों और बुजुर्गों को अपने चपेट में ले लिया है जिसके चलते आगर मालवा जिला अस्पताल (Agar Malwa District Hospital) में रोज पांच सौ से अधिक मरीज अपना इलाज (Patients in hospital) कराने पहुंच रहे हैं इस मरीजों में सर्दी खांसी की समस्या देखी जा रही है जिसके बाद डॉक्टर बच्चों और बुजुर्गों से एहतियात बरतने की सलाह दे रहे हैं स्वास्थ्य विभाग ने खानपान और अपने आसपास के वातावरण को दूषित होने ने बचाने की सलाह दी है
गंभीर मरीजों की संख्या कम
सर्दियों का मौसम स्वास्थ्य की दृष्टि से हेल्दी माना जाता है लेकिन, इस समय बादलों के बार-बार बदलते मिजाज और सर्द मौसम ने बच्चों और बुजुर्गों को खासा प्रभावित किया है जिसके चलते आगर मालवा के जिला अस्पताल में इन दिनों OPD के बाहर मरीजों की लंबी कतारें देखी जा रही हैं आने वाले मरीजों में ज्यादातर सर्दी और खांसी से पीड़ित हैं. हालांकि, इस बीच अच्छी खबर ये है कि अस्पताल में गंभीर हालत में मरीजों की संख्या बेहद कम है
बच्चों और बुजुर्गों में होती है कम इम्यूनिटी
बच्चों के बीच बढ़ती बीमारी का कारण जानने के लिए NDTV की टीम ने बच्चों के विशेषज्ञ डॉक्टर जेसी परमार से बात की. एनडीटीवी से बात करते हुए उन्होंने कहा, “सामान्य रूप से सर्दी के मौसम में जो बीमारियां होती हैं, वही बच्चों में देखी जा रही हैं. बच्चों का शरीर छोटा है और इम्यूनिटी भी कम होती है, टेंपरेचर में जो उतार-चढ़ाव होता है इसका प्रतिकूल असर इन पर होता है” इसके साथ ही डॉक्टर परमार ने सावधानी बरतने की सलाह देते कहा,”बच्चों को सर्दी में गर्म कपड़े पहनना चाहिए और उन्हें ठंडी हवा से बचाना चाहिए” परमार ने आगे बताया, “बुजुर्ग और बच्चे एक समान होते हैं दोनों में इम्यूनिटी कम होती है इस तरह के मौसम का असर बुजुर्गों पर भी ज्यादा होता है
पिछले महीने डेंगू की चपेट में था जिला
आपको बता दें कि आगर मालवा में पिछला महीना स्वास्थ्य विभाग के लिए थोड़ा चिंताजनक था पिछले महीने जिले में डेंगू के मरीजों संख्या बढ़ गई थी इस दौरान एक हजार से भी ज्यादा मरीजों की डेंगू की जांच की गई थी, जिसमें करीब चालीस मरीज पॉजिटिव पाए गए थे हालांकि, पिछले हफ्ते हुई जांच में जिले में एक भी डेंगू का मरीज नहीं पाया गया प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू से बचाव के लिए उचित कदम उठाकर स्थिति को नियंत्रण में कर लिया है