श्राइन बोर्ड के अनुसार, जून के पहले सप्ताह में हेलिकॉप्टर के लिए ऑनलाइन बुकिंग सेवा शुरू कर दी जाएगी। इस बार हेलिकॉप्टर सेवा के लिए संबंधित एजेंसी और दरों पर फाइनल नहीं हो पाने से बुकिंग शुरू करने में देरी हुई है।
अमरनाथ यात्रा के लिए बाबा बर्फानी के भक्तों में भारी उत्साह है। पिछले डेढ़ माह में साढ़े तीन लाख से ज्यादा श्रद्धालु अग्रिम यात्री पंजीकरण करवा चुके हैं। हर साल लगभग एक लाख श्रद्धालु ऑनस्पॉट पंजीकरण करवाते हैं।
हेलिकॉप्टर ऑनलाइन बुकिंग में भी अलग से पंजीकरण होता है। इस बार रिकॉर्ड यात्रा की उम्मीद जताई जा रही है। लोकसभा चुनाव के बाद अब प्रदेश प्रशासन अमरनाथ यात्रा की तैयारियों पर जोर देगा। 29 जून से शुरू हो रही यात्रा इस बार 52 दिन की होगी।
श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2023 में 4.45 श्रद्धालुओं ने बाबा बर्फानी के दर्शन किए थे। अब तक के आंकड़ों में 2011 में सबसे अधिक ऑलटाइम 6.36 श्रद्धालु पवित्र गुफा तक पहुंचे हैं, जबकि 2012 में भी 6.20 लाख श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। इसके बाद अभी तक इतना आंकड़ा नहीं हो पाया है। इस बार पंजीकरण को लेकर श्रद्धालुओं के उत्साह को देखते हुए भक्तों की संख्या में वृद्धि हो सकती है।
हेलिकॉप्टर ऑनलाइन पंजीकरण जल्द
श्राइन बोर्ड के अनुसार, जून के पहले सप्ताह में हेलिकॉप्टर के लिए ऑनलाइन बुकिंग सेवा शुरू कर दी जाएगी। इस बार हेलिकॉप्टर सेवा के लिए संबंधित एजेंसी और दरों पर फाइनल नहीं हो पाने से बुकिंग शुरू करने में देरी हुई है। पारंपरिक बालटाल और पहलगाम ट्रैक पर यात्रा संबंधी तैयारियां की जा रही हैं। जून के मध्य तक देशभर से 120 से अधिक लंगर वाले पहुंचना शुरू हो जाएंगे। ये अधिकांश लंगर बालटाल और पहलगाम रूट पर लगेंगे। यात्रा ट्रैक से बर्फ हटाने सहित अन्य काम जारी हैं।
खराब मौसम में यात्रियों को ठहराने के पुख्ता प्रबंध
बालटाल और पहलगाम रूटों से दैनिक आधार पर 10-10 हजार श्रद्धालुओं को पवित्र गुफा के लिए भेजा जाता है। बोर्ड के अनुसार, इस बार यात्रा के दौरान किसी भी प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए उचित प्रबंध किए जाएंगे। यात्रा की शुरुआत से पवित्र गुफा से बाबा अमरनाथ की आरती का सुबह और शाम को सीधा प्रसारण किया जाएगा। खराब मौसम या अन्य आपदा के दौरान यात्रा रुकने की स्थिति में जम्मू, रामबन और श्रीनगर में पर्याप्त संख्या में यात्रियों को ठहराने के लिए उचित प्रबंध किए जा रहे हैं। इसके लिए यात्री निवासों का विस्तार किया जा रहा है। श्रीनगर के यात्री निवास पर काम तेजी से चल रहा है।