एनआरसी डाइटिशियन भारती सैनी ने बताया कि टीम ने इन बच्चों को पथरिया रेलवे स्टेशन से लाकर अस्पताल में भर्ती कराया है। जिसमें एक बच्ची की उम्र डेढ़ साल है, जिसका वजन मात्र 4 किलो है। चार साल का दूसरा बच्चा भी अति गंभीर कुपोषित की श्रेणी में है।
दमोह जिले के पथरिया में दो अति कुपोषित बच्चे मिले हैं। इन बच्चों के माता-पिता उन्हें साथ लेकर ट्रेन में भीख मांग कर अपना गुजारा कर रहे थे। महिला बाल विकास और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जब इन बच्चों को देखा तो उन्हें पथरिया एनआरसी केंद्र में लाकर भर्ती कराया। साथ ही बच्चों के माता-पिता के भी रुकने की व्यवस्था की गई है। उनके खाने-पीने का इंतजाम भी एनआरसी के द्वारा किया गया है।
एनआरसी डाइटिशियन भारती सैनी ने बताया कि टीम ने इन बच्चों को पथरिया रेलवे स्टेशन से लाकर अस्पताल में भर्ती कराया है। जिसमें एक बच्ची की उम्र डेढ़ साल है, जिसका वजन मात्र 4 किलो है। चार साल का दूसरा बच्चा भी अति गंभीर कुपोषित की श्रेणी में है। दोनों बच्चों की हालत काफी नाजुक थी। उन्हें शासन द्वारा तय डाइट के हिसाब से पोषक तत्व दिए जा रहे हैं। दो दिनों में दोनों बच्चों की हालत में काफी सुधार देखने मिल रहा है। बच्चों के माता-पिता आर्थिक रूप से कमजोर हैं। वह ट्रेन में भीख मांग कर अपना गुजारा करते हैं, इसलिए बच्चों के माता पिता के ठहरने और उनके खाने-पीने का इंतजाम भी विभाग द्वारा किया जा रहा है। पथरिया सीबीएमओ ई मिंज ने बताया कि दोनों बच्चों की बेहतर देख रेख की जा रही है, जिससे उनके स्वास्थ्य में लगातार सुधार दिख रहा है। बच्चे बिजोरा खमरिया गांव के रहने वाले हैं।